Tuesday, November 19, 2013

Chase Your Dreams Like Crazy, And See The Results - Management Funda - N Raghuraman - 19th November 2013

पागल की तरह अपने सपनों का पीछा कीजिए और फिर देखिए नतीजा 

मैनेजमेंट फंडा - एन. रघुरामन

 
उसकी उम्र सिर्फ 21 साल है। चेन्नई के इंजमबक्कम इलाके में स्थित सेंट जॉन्स राजकुमार इंटरनेशनल स्कूल का डायरेक्टर (ऑपरेशन) है। उसे जब आप स्कूल जाते देखेंगे तो एक अलग छवि। सख्त चेहरा। चटक ड्रेस पर कसी हुई टाई। लेकिन जब वह डिजाइन एंबेसी (डीई) की ओर जा रहा होता है तो अलग नजर आता है। बालों में पोनी टेल। हाफ जैकेट। जीन्स में सलीके से दबी हुई शर्ट। डीई एक डिजाइन व कंटेंट क्रिएशन फर्म है और वह इसका संस्थापक भी है। अगर यही लड़का बिखरे बाल और जींस के ऊपर ढीले-ढाले कुर्ते में दिख तो समझ जाएं कि वह अपने बैंड में परफॉर्म करने जा रहा है। चेन्नई स्थित उसके बैंड का नाम है, ‘द टेरेरिज्म।’ अगर ऊपर लिखी तीनों वेशभूषा में वह नजर न आए, तब? सादा फुल शर्ट, जिसकी बांहें ऊपर तक मोड़ रखी गई हों। फॉर्मल ट्राउजर और शर्ट भी खुली हुई। इस ड्रेस में वह ‘डेजर्ट सफारी’ की ओर जा रहा होता है। 
 
Source: Chase Your Dreams Like Crazy, And See The Results - Management Funda By N Raghuraman - Dainik Bhaskar 19th November 2013
चेन्नई की एल्डमस रोड पर डेजर्ट सफारी फूड ज्वाइंट है। और वह इसका मालिक।तो ये जनाब हैं, विनीत एम. बेन्नी। वे सप्ताह के दिनों में तीन हैट पहनते हैं। जबकि सप्ताह के आखिरी दिन चार। बेहद व्यस्त हैं। फिर भी अपनी ड्रेस बदलने के लिए समय निकाल लेते हैं। हर ड्रेस मौके के मुताबिक एकदम फिट और सलीकेदार। तीसरी पीढ़ी के युवा कारोबारी हैं। बिजनेस इनके डीएनए में है। इन्हें नाम, पैसा, ख्याति और जिम्मेदारी विरासत में मिली है। और इन्होंने इन सभी चीजों को कई गुना बढ़ाया भी है। लेकिन इनको सिर्फ एक चीज का पछतावा है। इन्हें लगता है कि इन्होंने काफी देर से कारोबार शुरू किया। और इस उम्र तक (21 साल की) वे कुछेक बिजनेस ही शुरू कर सके।

विनीत के मुताबिक हर बिजनेस को जमने में कुछ समय लगता है। उन्होंने अपना आखिरी बिजनेस 11 महीने पहले शुरू किया। डेजर्ट सफारी का। यह शुरू कैसे हुआ? इसके पीछे की कहानी भी दिलचस्प है। विनीत एक बार अपने दादाजी के साथ डिनर के बाद अपने घर के बगीचे में बैठे हुए थे। तभी उनके पिता सभी के लिए आइसक्रीम लेकर वहां आ गए। विनीत ने देखा कि उनके दादा के चेहरे पर आइसक्रीम देखते ही एक रहस्यमय मुस्कुराहट तैर गई है। यह अनोखा अनुभव था। तभी उनके दिमाग में विचार कौंधा कि डेजर्ट (आइसक्रीम व अन्य) में उम्र के दायरों को तोड़ने की क्षमता और गुंजाइश है। बस यहीं से डेजर्ट सफारी का जन्म हो गया।

इसके बाद नए बिजनेस के लिए नई जगह चाहिए थी, क्योंकि यह वो मसला होता है कि जिससे नए बिजनेस पर लागत का बोझ बढ़ भी सकता है। लिहाजा विनीत को जगह का चयन सावधानी से करना था। उन्होंने किया भी। फूड ज्वाइंट के आसपास डेजर्ट काउंटर खोलना उन्हें समझदारी नहीं लगी, क्योंकि उन्हें लगा कि लोग खाने के कुछ देर बाद आराम से डेजर्ट लेना ज्यादा पसंद करते हैं। इसलिए उन्होंने शहर एल्डमस रोड पर शहर से बाहर एक जगह को चुना। जहां भीड़-भाड़ कम रहती है। कार पार्किग के लिए खूब सारी जगह है। और जहां लोग तसल्ली से कार में या खुले माहौल में बैठकर भी डेजर्ट का आनंद ले सकते हैं। इससे उनका निवेश और लागत भी कम रही।जिस जगह विनीत ने डेजर्ट काउंटर खोला, वह खाने-पीने के लिहाज से लोगों के लिए आम जगह नहीं थी। फिर भी उन्हें जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला। जैसे-जैसे लोगों की आवाजाही बढ़ी, विनीत ने डेजर्ट सफारी में अन्य चीजें परोसना शुरू कर दीं। जैसे कि सैंडविच, पास्ता आदि। इस तरह उनका डेजर्ट काउंटर जल्द ही लोकप्रिय फूड अड्डा के तौर पर तब्दील हो गया। अब यह एल्डमस रोड पर एक जाना-माना ट्रेडमार्क है।

फंडा यह है कि..

बिजनेस शुरू करना है तो जल्द (उम्र के लिहाज से) कीजिए। पागलों की तरह उसमें लग जाइए। फिर नतीजे देखिए, क्या शानदार रहते हैं। विनीत की मिसाल ही देखिए।
























Source: Chase Your Dreams Like Crazy, And See The Results - Management Funda By N Raghuraman - Dainik Bhaskar 19th November 2013

No comments:

Post a Comment